Thursday, February 12, 2009

...ख्वाब हे.....

तेरे होठो पे हंसी बनने का ख्वाब हे..
तेरे आगोश में सिमट जाने का ख्वाब हे..
तू लाख बचाले दामन इश्क के हाथो से
आसमा बनके तुज्पे छा जाने का ख्वाब हे..
आजमाइश यु तो अच्छी नहीं होती प्यार में ..
तू चाहे तो तेरी तकदीर बनने का ख्वाब हे ..
वो मौत भी लोट जाये तेरे दरवाजे पर आकर..
तुझको इसी जिंदगी देने का ख्वाब हे..
जी भी लेंगे अगर जीना पड़े तेरे बिन...
लेकिन तुज्पर तो मर मिटने का ख्वाब हे....

No comments:

Post a Comment